153 days movement of RCM revolutionaries : RCM का 153 दिनों का आंदोलन, Jaipur Udyog Maidan Movement : जयपुर उद्योग मैदान आन्दोलन, Financial freedom ki survat
प्रिय दोस्तों, 53 days movement of RCM revolutionaries
153 days movement of RCM revolutionaries इस लेख के माध्यम से हम आपको RCM क्रांतिकारियों ने 153 दिनों तक अपना आंदोलन चलाया. इस आंदोलन की जानकारी RCM के सभी डिस्ट्रीब्यूटर को पता होनी चाहिए. इसलिए इस लेख के माध्यम से 153 days movement of RCM revolutionaries की जानकारी आप तक पहुचाने का प्रयास कर रहे है. 153 days movement of RCM revolutionaries
फैशन शुटिंग प्रा. लिमिटेड :
RCM का डिस्ट्रीब्यूटर एक ऐसी व्यवस्था के हिस्सेदार है जो पूरी दुनिया के बहुस्तरीय व्यापार से जुडी भारत की सबसे बड़ी कंपनी फैशन शुटिंग प्रा. लिमिटेड है और यह प्रणाली RCM ब्रांड के नाम से चलती है। इस व्यवस्था के रचनाकार मा.तिलोकचंद छाबड़ा है. पूरी दुनिया को एक सूत्रीय व्यवस्था से संचालित होने वाली सोच प्रदान की है.
यह कंपनी फैशन सूटिंग प्रा.ली भीलवाड़ा राजस्थान में केवल कपडा बनाने का काम करती थी. इस कंपनी के मालक टी.सी. छाबड़ा जी ने अगस्त 2000 में सर्वजन हिताय को ध्यान में रखकर अपने उस कपडे को सीधे ग्राहक को प्रदान करके व बिच के होलसेलर, डीलर, विज्ञापन आदि को जानेवाला पैसा सीधा ग्राहक को मिले इस तरह की व्यवस्था का निर्माण किया जो अभी RCM ब्रांड के नाम से चल रही है. उपभोक्ताओं की नित्यप्रति उपयोगार्थ वस्तुओं को इसमें शामिल किया गया। सिलसिला लगातार बढ़ता ही गया जिससे हजारों लाखों लोगों ने इसे रोजगार के रूप में अपनाकर बड़ी से बड़ी सफलताएँ हासिल की इस नई तकनीक के ज्ञान के आभाव में तेजी लाने के लिए शहर-शहर में इसकी ट्रेनिंग व शिक्षाप्रद पुस्तकों को लाया गया। साथ में इसके प्रमुख मुख्यालय RCM World में इस तकनीक को विधिवत सिखने व समझने के लिए स्वयं तिलोकजी ने एकेडमी की स्थापना की तब से इसके विकास में चार चाँद ही लग गए.
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झूठे मुकदमे :
इस प्रकार प्रतिदिन RCM उपभोक्ताओं के हित में अनेक प्रकार की नूतन व्यवसायिक पद्धतियाँ जैसे-मीटिंग, सेमिनार, कैसेट, युटुब, फेसबुक (Meeting, seminar, cassette, YouTube, Facebook) आदि माध्यम से हम बिजनेस को सिख सकते है समज सकते है। साथ में वार्षिक समारोह की विराट भीड़ को देखकर शासन प्रशासन व नौकरी प्रणाली के लोगों को अचम्भित होना पड़ा भीलवाड़ा के पुलिस के बड़े-बड़े अधिकारी ने तो यहाँ तक कह डाला की ऐसा सुंदर प्यारा संगठन मैंने कभी नहीं देखा पश्चात् राजस्थान के शिक्षाविभाग ने इस खूबसूरत व्यवसायिक प्रणाली को पुस्तक के माध्यम से विद्यार्थियों की पाठ्य सामग्री में भी शामिल किया. यह व्यवस्था ”दिन दूनी रात चौगुनी” अपनी प्रगति की और अग्रसर होती रही। 11 साल तक अनवरत चलती हुई नविन पद्धति को सरकार के अनैतिक दिशा निर्देशों के द्वारा ऐसे अवरुद्ध किया गया। बहुत सारे झूठे मुकदमे व बहुत सी कमियों को झूठा बताकर 100 प्रतिशत सच्चाई के द्वारा चलने वाले महाअभियान को बंद कर दिया गया। बस इतना ही नहीं हद तो तब हो गयी जब इस देश को पहली बार किसी महा मानव ने जन-जन को स्वस्थ सुखी व समृद्ध बनाने का वास्तविक प्रयत्न किया.
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दिल्ली (जंतर-मंतर):
एक ऐसी व्यवस्था प्रदान की जिससे प्रेरित होकर जन-जन सुख व सम्पन्नता प्राप्त कर रहा था ऐसे महामानव को कारागार तक भेज दिया गया खैर कारागार जाना उनके लिए तो सौभाग्य की बात थी. क्योंकी अपनी मातृभूमि के लिए सच्चाई के सन्मार्ग पर चलकर अगर जाना पड़ा तो कोई बात नहीं थी. लेकिन जब भारत के असंख्यों RCM सच्चे सेवकों को पता चला की हमारे तिलोकजी व RCM बिलकुल सोने जैसा खरा व सच्चा है. फिर यह अन्याय हम पर हमारे व्यवसाय पर व हमारे टी. सी जी पर क्यों किया गया। यह विचार बढ़ता गया जब सच्चाई का प्रवाह पुरे भारत के लोगों ने जाना तो हजारों की संख्या में RCM सेवक द्वार से निकल पड़े अपने-अपने तहसील स्तर से लेकर और राष्ट्रपति भवन तक ज्ञापन देकर झूठ और सच के अंतर को स्पष्ट करने के लिए आवाहन किया. जब प्रार्थना पत्रों से कुछ नहीं हुआ तो धरना प्रदर्शन व भारत माता की जय के जयकारों को लगाते हुए एक दिवसीय विशाल धरना व प्रदर्शन जयपुर के उद्योग मैदान में किया गया। झूठ आश्वासन देकर शासन-सत्ता ने हम सभी को वापस घर भेज दिया कुछ दिनों तक न्याय न मिलने के बाद सभी RCM सच्चे सेवक दिल्ली पहुँचे हजारों की भीड़ ने पूरी राजधानी दिल्ली महानगर में चारों तरफ गली-गली RCM की गूँज होने लगी। वहा पर शासन के बड़े-बड़े दिग्गजों ने RCM की विराट ताकत को जाना जंतर-मंतर पर पचासों हजार की जनसंख्या को देखकर सभी स्तब्ध रह गए.
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15 से 20 दिन का आश्वासन:
भारत के सैकड़ों संख्या में सांसदों व विधायकों ने RCM के धरने पर आकर इस नई व्यावसायिक पद्धति का जब पूरी तरह से अवलोकन किया तो सभी ने एक ही बात मंच से लाखों लोगों के सामने कही की RCM के साथ जो घटना हुई व सरासर गलत व निंदनीय है. ऐसे खूब सूरत व्यवस्था के साथ हम आपके साथ है. इसके बाद भारत सरकार के निर्देशानुसार राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री से जब बात हुई तो मुख्यमंत्री जी ने कहा की RCM वाले अपनी एक पांच सदस्यों की टीम के साथ मेरे पास आ जाये. आकर हमसे बात करें. जब हमारे RCM व्यवस्था के माहँ गरुओं व सफल लोगों की कमिटी राजस्थान सरकार के सामने पहुँचि तो उन्होंने भी RCM का मार्केटिंग प्लान देखा और कहा की हमारी सरकार से बहुत बड़ी भूल व गलती हो गयी है. अब आप लोगों का केस मेरे हाथ में तो नहीं है. अब न्यायालय ही इसके विषय में बताएगा. लेकिन अगर आप लोग दिल्ली जंतर मंतर से अपना आमरण अनशन समाप्त कर दे तो हम आपकी पूरी मदद करके 15 से 20 दिन के अंदर आपका सिस्टम खुल जायेगा.
RCM के पदाधिकारियों को जब 100 प्रतिशत पूर्ण आश्वासन मिला तो वापस दिल्ली से लौट आये और लगातार 14 दिनों में चलने वाले आमरण अनशन को समझाकर व पूरी बात बताकर 15 से 20 दिनों के अंदर RCM खुल जाने का विश्वास दिलाकर आमरण अनशन पर बैठे हुए लोगों को अनशन तोडना पड़ा. कुछ लोगों को तो अस्पताल जाकर ग्लूकोज भी दिया गया.
श्री तिलोकचंद छाबड़ा से मुलाकात:
RCM आंदोलनकारियों के चेहरे पर उदासी और निराशा आँखों में दिखाई दे रही थी. क्योंकि अंशनकारीयों ने एक शपथ ली थी की आर.सी.एम खुलवाएंगे तब ही हम कुछ खाएंगे नहीं तो बस मर जायेंगे. खैर RCM के गुरुओं की बात पर चलना हम सभी को पढ़ाया व सिखाया गया था. इसलिए उनकी बात माननी उत्तरदायित्व था सभी RCM सेवक आशाओं को साथ लेकर अपने-अपने वतन वापस हो गए। जब 15 से 20 दिन की बात जो कही गयी थी. उसके बाद जब 1 माह से अधिक का समय हो गया। तब सभी को शंका हुई की केवल झूठा ही आश्वासन था. अब क्या करना चाहिए, अब क्या होगा सभी एक दूसरों से बात करने लगे. उसी समय जब सकारात्मक जवाब शासन से नहीं मिला तो उसी समय RCM के कुछ सच्चे सेवकों ने श्री तिलोकचंद छाबड़ा से जेल में जाकर मुलाकात की क्योकि सब कुछ उन्ही के निर्देशानुसार करना था. 153 days movement of RCM revolutionaries
एसोसिएशन का गठन:
एक एसोसिएशन का गठन किया गया. जिसको RCM Consumer Welfare Association (RCM उपभोक्ता कल्याण संघ) का नाम दिया गया। फिर ऐसी RCM के बैनर तले पुनः आंदोलन की बात रखी गयी. सभी ने इसका सम्मान किया और जयपुर के उद्योग मैदान में आकर कुछ चन्द लोगों ने एक जगह होकर फिर से जयकारा लगाना शुरू कर दिया की RCM खुलवाएं तभी यहाँ से जायेंगे. कानून नया बनवाएंगे तभी वापस जायेंगे. इंकलाब जिंदाबाद आदि अनेक नारों को अपनी-अपनी भाषाओँ में लगाने लगे. संगठनों के लोगों ने RCM की सच्चाई जानकर RCM का साथ दिया यह RCM का सबसे विपरीत समय था जब देश के कोने-कोने से हजारों की संख्या में लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराके RCM खुलवाने की मांग रखी. माता, बहन, बच्चे, बूढ़े और सभी जाती सम्प्रदाय व धर्म के लोग जयपुर के मैदान में एक ही जगह पर खाना, सोना, रहना आदि सारे नित्यकर्म करते हुए अपना-अपना समर्थन दिया.
प्रातः 10.00 बजे से लेकर शाम 6.00 बजे तक आंदोलन मंच से जयकारों के साथ प्रतिदिन जारी रखा. यह प्रवाह लगातार 153 दिनों तक चलता रहा. पश्चात इस नूतन प्रणाली के लिए एक उच्चाधिकारियों की कमेटी गठित करके राजस्थान सरकार ने RCM के लिए गाइड लाइन (नया कानून) बनाया.
तिलोकचंद छाबड़ा जी का आगमन:
RCM सेवकों ने वह कर दिखाया जिसको पाकर पूरा RCM समुदाय ख़ुशी में सराबोर था सभी की चेहरों पर ख़ुशी की लहरे थी. RCM के साथी झूम रहे थे नाच रहे थे. उसी समय खबर आ गयी की कम्पनी के मालिक तिलोकचंद छाबड़ा जी व उनकी कम्पनी RCM पर लगे सारे मुकदमें छूट गए है. उसी के तहत उन्हें जेल से रिहा किया जा रहा है. फिर तो खुशियों की सिमा ही नहीं रही. तिलोकचंद छाबड़ा जी के आगमन की तैयारियां होने लगी सारे लोग खुशियों से सराबोर थे. बस वह घड़ी भी आ गयी जब अपने तिलोक जी धरने स्थल पर थे. भारत माँ की जयकारों के साथ उन्होंने सबका स्वागत किया और कहा की अब बता देंगे की RCM की ताकत क्या है इतना ही नहीं उन्होंने कहा की आप सभी को आभार व्यक्त करते हुए बस यही कहना चाहूंगा की यह परमात्मा की ही प्लानिंग के तहत हुआ है. आप जैसे जब लाखों सेवक RCM की विपरीत परिस्थितियों में जब अपना जज्बा जूनून और विश्वास कायम रखा है, तो अब हम कर दिखाने वाले होंगे जिस पर हमारा परिवार समाज, देश व दुनिया के महान लोग नाज करेंगे.
गाइड लाइन :
अब शुरू होगा गाइड लाइन के साथ RCM जो भारत में प्रथम मल्टीलेवल मार्केटिंग (multi level Marketing) की कानून बनानेवाली एक MLM कम्पनी होगी, जो पुरे भारत को एक जगह से स्वास्थ्य समाज व स्वावलम्बित करने में जिसकी अहम भूमिका होगी. आरसीएम पार्ट 2 का नया जन्म 1 जनवरी 2013 से हुआ है याने की फिर से RCM चालू हुआ है. सभी को KYC फॉर्म भरने का अवसर मिला राष्ट्रहित में विशेष कार्य करने का पूरा अधिकार, अब भारत का कोई भी आम से आम खास से खास व्यक्ति जब अपना KYC फॉर्म भरता है तो उसे निःशुल्क में अधिक लाभ मिलेंगे. आर्थिक आजादी का महाअभियान, जिससे मिलेगा जन-जन को समाधान. आरसीएम की निति, विचार, दूरदर्शिता, त्याग, देशप्रेम, भाईचारा, स्वावलंबन, स्वास्थ्य व सुखी समाज, व्यसनमुक्ति आदि खूबियों का वर्णन हमें RCM में मिलता है. आप इस मनोहारी व्यवस्था के साझेदार है.
RCM के सुंदर विचारों से सुरवात:
RCM के सुंदर विचारों से भारत की यह आर्थिक आजादी का अभियान एक महाअभियान का रूप लेकर इस राष्ट्र को विश्व का सर्वोत्तम राष्ट्र माना जायेगा. जहाँपर दुनिया के लोग सिखने आयेंगे की कैसे एक आम इंसान अपना स्वयं से योगदान करके एक महान व्यक्ति बन सकता है. किस तरह से एक स्वस्थ, सुखी व सम्पन्न राष्ट्र की स्थापना होगी. यह सब RCM द्वारा सपन्न होगी और आनेवला कल RCM का होगा क्योंकि RCM एक नई बाजार व्यवस्था (Multi level Marketing) भारत का सर्वोत्तम M. L. M है.
M. L. M को क्यों करना चाहिए और यह भी बताने का पूरा प्रयास करेंगे की ऐसे कैसे किया जाता है. जिससे M. L. M की कामयाबी, जो पूरी दुनिया की सबसे बड़ी कामयाबी कही जाती है. उसे कैसे 2 से 5 साल के अंदर प्राप्त किया जा सके जिससे हम सभी स्वस्थ, सुखी होकर बड़े-बड़े सपनों को पूरा करने के लायक बनेंगे.
दोस्तों यह था RCM के जयपुर उद्योग मैदान में चला 153 दिनों के आंदोलन की जानकारी.
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