दोस्तों, आज आपको एक प्रश्न पूछा जाए ” त्रिभुज के कोणों का माप कितना होता है ? ” तो सहज सभी का उत्तर 180 अंश ही होगा क्योंकि हम सभी ने आज तक यही पढ़ा व सुना है। यदि सभी भूमिति प्रश्न के उत्तर सर्वप्रथम किसने दिया या किसने शोध लगाया। पूछा जाए तो वह है….फ़्रांस देश का सिर्फ सात साल का लड़का। जिन्होंने स्वचालित रूप से Geometry में संशोधन किया। उन्हें पूरा विश्वास था कि, 90 डिग्री के कोण पर, दोनों कोण एक दूसरे के पूरक हैं। उस बच्चे को ”Blaise Pascal” कहा जाता है। आज हम इस महान विद्वान के बारे में जानेंगे।
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ब्लेसी पास्कल का परिचय | Introduction of Blaise Pascal
नाम : Blaise pascal (ब्लेसी पास्कल)
पिता का नाम: एटिनी
माँ का नाम : एन्टोनेट बेगोन
बहनों के नाम : जैकलिन ,गिलबर्ट
शिक्षा : जन संवाद, प्रोटो -अस्तित्ववाद
व्यवसाय : फ़्रांसिसी गणितज्ञ, भौतिक विज्ञान, आविष्कारक, लेखक, इसाई दार्शनिक
जन्म : 19 जून 1626 ( गाव-क्लेरमान्ट, फ़्रांस)
मृत्यु : 19 अगस्त 1662 (पेरिस,फ़्रांस)
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पारिवारिक जीवन | family life
आज से लगभग 393 साल बाद पैदा हुए Blaise Pascal जिनकी उम्र के तीन साल में ही उनकी माँ चल बसी। उनका पालन-पोषण उनके पिता ने किया था। एटिनी ने पिता की ज़िम्मेदारी, माँ के स्नेह और गुरु बनकर Blaise Pascal को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। यह उस समय की बात है जब Blaise Pascal छोटी उम्र में कठिन गणितीय पुस्तिकाओं पर ध्यान दे रहे थे। यह देखकर उसके पिता ने उसकी किताब छीन ली और फेंक दी और खूब फटकार लगाई। लेकिन इन सबके बावजूद,ब्लेसी पास्कल ने गणित में अपनी पढ़ाई जारी रखी। 12 वें वर्ष की आयु में, इसने अपने पिता को यह साबित कर दिया कि, 90 डिग्री का कोण, दोनों कोण एक दूसरे के पूरक हैं। इसने ब्लेसी के पिता पर अनुकूल परिणाम दिए और गणितीय विषयों पर ब्लेसी के बढ़ते प्रभाव को प्रोत्साहित किया। ब्लेसी ने अपने स्कूल में लैटिन, भूगोल, इतिहास और ग्रीक भाषा का अध्ययन किया। ब्लेसी के पास यूक्लिड की ज्यामिति का गहन अध्ययन था। उन्होंने रिंग्स और राउंड्स को सीधे लाइन द्वारा बार्स जैसे राउंड का नाम दिया। ब्लेसी ने 16 साल की उम्र में कोनिकस निबंध लिखा था। देकार्त के गणित को ब्लेसी पास्कल ने सिद्ध करके दिखाया। कई बार, प्रतिष्ठित गणितज्ञों ने ब्लेसी के इन कामों का समर्थन किया और ब्लेसी को बधाई दी।
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ब्लेसी पास्कल के संशोधन | Amendment of Blaies Pascal
(1) उनके पिता जो कर संग्रह अधिकारी थे उनके लिए गणना करना कठिन था ऐसा महसूस होने पर ब्लेसी पास्कल ने सन 1652 में गणना यंत्र का निर्माण किया। इसलिए इस यंत्र को “पास्कल गणक” भी कहते है। इस यंत्र को ब्लेसी ने स्वीडन की रानी ख्रिस्तिनाला को भेट की थी।
(2) पास्कल त्रिकोण : आज भी प्रोबोबिलिटी के अध्यन में उपयोग किया जाता है।
(3) ब्लेसी ने ख्रिश्चयंनिटी धर्म पर लिखी हुई पहली पुस्तक अधिक लोकप्रिय रही।
(4) हवा दाबमापक यंत्र का आविष्कार किए जिसका उपयोग आज भी हवाई जहाजो में अल्टिमीटर के रूप में किया जाता है इससे पता चलता है की हवाई जहाज अभी कितनी ऊचाई पर है।
(5) द्रव पदार्थ के दाब का अविष्कार किए जिससे हायड्रॉलिक प्रेस व
हायड्रॉलिक जैक उनका उपयोग कर भारी से भारी वजन वाली गाडियों को उठाया जाता है।
ब्लेसी पास्कल के अनमोल विचार | Precious views of Blaise Pascal
(1) आप उन चीजों से आकर्षित होते हैं जिन्हें आप समझ नहीं पाते हैं या नहीं जानते हैं।
(2) मनुष्य की अधिकांश समस्याएं इस कारण से हैं, क्योंकि वह खाली घर में लंबे समय तक शांत नहीं बैठ सकता है।
(3) कमजोर मानसिकता वाले लोग साधारण चीजों के बारे में सोचते हैं। लेकिन महान लोग साधारण चीजों से कुछ असामान्य निष्कर्ष निकालते हैं।
(4) जब आप किसी से प्यार करते हैं, तो आप दुनिया के सबसे बुद्धिमान व्यक्ति से मिलते हैं। वह व्यक्ति स्वयं है।
(5) मनुष्य ज्ञान का एक आदमी है जिसे वह खुद को कुचलने के लिए जानता है, लेकिन एक पेड़ खुद को कुचलने के लिए नहीं जानता है।
(6) संभावनाए विचारो को जन्म देती है बल्कि अवसर उनको हटा देती है कोई कला उसे रख या हासिल नहीं कर सकती।
(7) जब तक हम कुछ करते रहते हैं, सोचते हैं कि यह जीवित है! यदि नहीं, तो आपको मृत कहा जाएगा।
(8) किसी बात को समझने का मतलब अपनी गलतियों को माफ़ करना होता है।
(9) हम उन कारकों पर अधिक विश्वास करते हैं, क्योंकि हमने उन्हें बनाया है, वे इसकी सच्चाई से अवगत हैं।
(10) पहला काम जो आप इस काम को पूरा करने की दिशा में अपने काम को पूरा करने के लिए कर सकते हैं वह उस काम को पूरा करना शुरू कर देता है।
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