आज हम जीवन के कई रंग और रूप के बारे में बताना चाहते है, आजकल का दौर सभी के लिए संघर्ष भरा है। ‘ ख़ुशी ‘ लोगों के जीवन से रूठ ही गई है। थोड़े पल की ख़ुशी जीवन का एक अनमोल पल बन जाती है। अगर उस ख़ुशी में थोड़ा बदलाव, परिवर्तन आ जाये तो वो ख़ुशी जिंदगी भर का सबक बन जाती है।
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कुछ लोग न चाहते हुए भी इतने दुखों के घेरे में घिरे हुए रहते है, फिर भी एक नकली मुस्कान लेके जीवन व्यतीत करते है। वास्तव में उनके अतीत में प्रभाव डाले तो उनका अतीत कुछ और ही दिखने और सुनने मिलता है। फिर भी वे किसी को बिना कुछ बोले, बिना कुछ बताये मीठी सी मुस्कान लिए जिंदगी का आनदं उठा रहे है,ऐसा लगता है। मानो उनके साथ सबकुछ ठीक है, सब अच्छा है , अपने जीवन से खुश है। सही जिंदगी क्या होती है, क्या है ? सिर्फ वे ही जानते है। एक तरफ वे लोग है, जो अपनी जिंदगी का हमेशा रोना रोते है। दोस्तों आप मजबूर नहीं महान बनिए।
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उन लोगों के पास कई वजह होती है, वे उन विचारों में हमेशा डुबे रहते है की, मेरे ही साथ ऐसा क्यों हो रहा है ?और हमेशा मेरे ही साथ क्यू होता है ? मैं हमेशा अच्छा करना चाहता हु न चाहते हुए हमेशा गलत हो रहा है। हमेशा आत्मचिंतन न होने की वजह से परेशान, उदास रहते है।
अब हर एक के जीवन का लक्ष्य और उद्देश्य अलग-अलग होता है। सभी के परेशानियों की वजह भी अलग होती है। उदाहरण के तौर पर देखा जाये तो कई ऐसे उदाहरण है, छोटी-बड़ी बातें है। जो आम लोगों के जीवन का तहस-नहस कर देती है। दुनिया में आम और खास लोगों को परेशानियॉ आती है यह सृष्टि का नियम है इस नियम से कोई नहीं बचा है। इस परेशानियों का सामना करते हुए हमें अपना जीवन ख़ुशियाल बनाना है।
जीवन के रंग और रूप ऐसे है | The colors and forms of life are such
आम तौर पर गरीब दो समय के रोटी के लिए परेशान रहता है। कामकाज न मिलने पर अपना और अपने परिवार का गुजारा कैसे होगा ? उसे यह चिंता हमेशा सताते रहती है। यह चिंता एक दिन आदमी की चिता बन जाती है। रहने को छत है तो ठीक है, नहीं तो दरबदर की ठोकरे खाने पे हमेशा मजबूर रहता है। फिर भी रोजीरोटी मिलने के बाद वह दुःखो को भुलाकर जितना मिलता है उतने में ही समाधानी रहता है।
किसी व्यक्ति के पास पैसा तो आम बात है लेकिन वह पैसे की वजह से परेशान है। जमा किया गया धन वह सुरक्षित न होने की वजह से चैन की नींद ले नहीं पाते। आयकर विभाग का डर, हमेशा रहता है। कारोबार में नुकशान होने का डर रहता है। पैसा भी कमाना है तो, शुद्ध पैसा याने की, भारत सरकार को टैक्स देकर के कमाया गया पैसा। याने की शुद्ध पैसा, इस तरह से शुद्ध पैसा कमाना चाहिए।
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आदमी अमीर हो गया गरीब सबके लिए खास बात है ख़ुशी, लेकिन सभी के जीवन में सुख और दुःख आते ही रहते है। बिगड़े हुए बेटे के लिए माँ-बाप दुःखी रहते है। निसंतान लोग संतान न होने पर दुःखी हो जाते है। आम आदमी के जीवन में सुख और दुःख आते ही रहते है। खास आदमी को भी दुःख आते रहते है लेकिन वे सामना कर लेते है। खास आदमी कोई अलग काम नहीं करता उसका काम करने का तजुर्बा अलग होता है।
लेकिन दोस्तों जो भी होता है यह हमारे जीवन का हिस्सा है जिसे जैसी भूमिका मिली है। वैसे इस रंगमंच पे अपनी भूमिका करते रहता है, ऎसी सोच कभी मत रखना। नई उम्मीदे लेकर जीने से आत्मविश्वास बढ़ता है। जीवन पानी जैसा है अगर पानी रुका है तो वह ख़राब होता है अगर वह बहते रहता है तो अच्छा और शुद्ध रहता है। जो रुक गया वह हमेशा के लिए रुक जाता है, और जो, चुनौती समझकर आगे बढ़ता है, उसी को सफलता प्राप्त होती है। दोस्तों जिंदगी अनुभवों का सागर है। हरपल, हरकदम पर नई बातें सिकने को मिलती है। जीवन आशावादी जीना चाहिए हमेशा मुस्कुराते रहना चाहिए। हम जबतक धरती पर है तब-तक हमारे जीवन में सुख और दुःख आते रहेंगे इनका सामना करते हुए हमें आगे बढ़ना है। दोस्तों एक बात आपसे कहना चाहूँगा की , ” आदमी अपने जीवन में उद्देश्य, कार्य पुरे करने के लिए निरंतर प्रयास करते रहता है अगर आप प्रयास नहीं करते, प्रयास करना छोड़ देते हो तो , आप अपने कार्य , उद्देश्य को छोड़ के भाग रहे हो और भागना याने की अपने कार्य, उद्देश्य को छोड़ के जाना याने की आप प्रयास करना छोड़ रहे हो और प्रयास नहीं करना यह बहुत बड़ा अपराध है।
अंतरिक्ष यात्री ” कल्पना चावला ”
जिस तरह मौसम बदलते है पर बहारे नहीं बदलती ठीक उसी तरह जीवन जीने की कला बदले और जीवन में खुशियाली प्राप्त करें।
आदमी का जिवन एक ” गुब्बारे ” की तरह है, इस धरती पर काले, कोरे आदि रंग रूप के लोग रहते है , ” गुब्बारे ” भी अनेक रंग के रहते है, लेकिन सभी रंग के ” गुब्बारे ” आसमान में उड़ते है। दोस्तों गुब्बारे उड़ने का राज यह है की उसके अंदर गैस का संचार रहता है, ठीक उसी तरह आदमी के अंदर भी एक आंतरिक शक्ति है। इस शक्ति की के कारण अंदर से एक आवाज सुनाई देती है और वे कहती है की, अपना ” नझरिया बदलों ” इस नझरिया के करण ही हम गुब्बारे की तरह उड सकते है।
वाणी में तीन गुणों का उपयोग किया जाना चाहिए | Three qualities should be used in speech
- इस्ट
- सिष्ठ
- मिष्ठ
इन तीनों गुणों के अर्थ हम जानेंगे
- इस्ट = प्रिय
- सिष्ठ = शालीन
- मिष्ठ = मधुर
इंसान की भाषा ही, इंसान के जीवन की परिभाषा है। ” शब्दों में बडी जान होती है, इसी से आरती, अर्दास और अजान होती है , यही वो समुन्दर के मोती है, जिन से इंसान, इंसान की पहचान होती है। ‘
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◼️ भारत के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, |