More tea drinking disadvantages:अधिक चाय पिने के नुकसान, Benefits of Drinking Tea,Mental danger can be caused by drinking more tea:अधिक चाय पिने से हो सकता है मानसिक खतरा.
दिन की सुरुवात सुबह-सुबह हम चाय के साथ करते है। अगर हम किसी के यहाँ जाते है तो हमें चाय पिलाकर मेहमान नवाजकी करते है। 95 % लोग सुबह चाय पीते है।आज के तारीख में चाय पीना हमारी आदत बन गई है। लेकिन हमें अपने सेहद के लिए इस आदत को बदलना जरुरी है।
संशोधन कर्ता नुसार चाय को सीमित मात्रा में लेना चाहिए। चाय प्रतिदिन पीना नहीं चाहिए,क्यों की सेहद के लिए बहुत ही हानिकारक साबित हो सकता है। चाय को आवश्यकतानुसार पीना चाहिए, तभी हमारे सेहद के लिए फायदेमंद साबित होगा।
दोस्तों चाय पिने के फायदे है और नुकशान भी है, अधिक चाय पीते है तो शरीर के लिए बहुत ही नुकशानकारक है।
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Benefits of Drinking Tea/ चाय पिने के फायदे
चाय पिने से केलेस्ट्रॉल की मात्रा कम होती है।
हल्दी डालकर पिने से सर्दी-जुकाम से आराम मिलता है।
चाय के कैफीन की मात्रा से शरीर में स्फ्रुती आती है।
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अधिक चाय पिने से हो सकता है मानसिक खतरा /Mental danger can be caused by drinking more tea
- चाय आप बार-बार पीते है तो यह सेहद के लिए हानिकारक है, क्यों की चाय में पाया जानेवाला कैफीन के कारण मूत्र वृद्धि होने लगती है, दूषित मल शरीर से मूत्र के द्वारा बाहर निकलता है यह मल शरीर के अंदर ही रहता है। इसके कारण गठिया दर्द , गुर्दे का रोग, ह्रदय विकार होने लकता है।
- प्रतिदिन चाय का सेवन करने से पाचनशक्ति और खून की मात्रा कम होती है।
- अधिक चायपत्ती मिलाकर चाय पिने से अल्सर होने का खतरा बढ़ जाता है।
- एक कप चाय में 13 पी.पी.एम फ्लोराइड होता है और World Health Organization के रिपोर्ट के नुसार 1.5 पि.पि.एम फ्लोराइड की मात्रा ही बराबर है।
- चाय, कॉफी में पाया जानेवाला कैफीन की मात्रा शरीर को कुछ समय के लिए ऊर्जा प्रदान करता है और थोड़ी देर में काम करने की शक्ति कम कर देता है।
- कैफीन की मात्रा के कारण तनाव बढ़ता है और हमारा लक्ष्य केंद्रित नहीं होता।
- एक कप चाय में 4 ग्राम टैनिन होता है, जो एसिड का काम करता है।
- चाय को गरम करने से चाय से टैनिन की मात्रा बढ़ जाती है और इस मात्रा के कारण भूख नहीं लगती।
- अधिक चाय पिने से एसिड की मात्रा बढ़ जाती है, इसके कारण पेट फूलना, पेट दर्द, कब्ज, एसिडिटी, बदहजमी, नींद न आना, दांत पिले होना आदि बीमारिया होने लगती है।
- कैफीन और टैनिन रसायन का असर मस्तिष्क पर बहुत ही बुरा प्रभाव पड़ता है। हमारा चाय का सौक बढ़ता ही जाता है, उसी तरह ह्रदयरोग, मानसिक रोग बढ़ते ही जाता है। कैफीन की मात्रा के कारण दिल की धड़कन तेज होती है।