a rose among thorns : कांटों के बीच एक गुलाब, thorn of roses series, why do roses have thorns, the rose valley thorns, my roses have thorns.
गुलाब के पेड़ के पत्तो का हरा रंग मानव के जीवन को है बेरंग कॉंटों में खिलने वाले गुलाब का ही संसार में बिखरता है, ” सुगंध ”
गुलाब शब्द का अर्थ | Meaning of rose word barb
”गु” = गुलाम, याने बेड़ियों से जखड़ा हुआ।
”ला ” = लाजवाब तारा।
”ब ” = बागवान याने बेड़ियों से जखड़ा हुआ लाजवाब तारा बागवान।
गुलाब का फूल दूसरों को खुशबु देने के लिए ,खुद खिलनें -बहरने के लिए,कॉटों से भी लढता है। फिर भी हँसते मुस्कुराते कॉटों से बाहर निकल कर दूसरों को खुशबु देता है। दूसरों को खुशबु देने के लिए उसे कॉटों से संघर्ष करना पड़ता है। a rose among thorns
दुनिया में ऐसे ही बहुत लोग है , जो खुद दुख के पहाड़ ढोते है। यह सच है , इंसान ने सबसे पहले खुद का Aim पूरा करने का निश्चय करना चाहिए। क्यूँ की ध्येय हीन इंसान जीवन में आगे नही बढ़ सकता। संसार में कोई नही जो दुखी नही ;पर इस दुख से ही खुशीका रास्ता ढूढ़कर आगे बढ़ने वाला ही सही इंसान है। दुनिया में ऐसे लोग बहुत कम होते है। a rose among thorns
ब्रेल:Braille
न खुद अंधे होने के बावजूद भी आगे बढ़े और आज उन्ही की वजह से ”ब्रेल लिपि ” के आधार पर अँधा इंनसान भी पढ़ाई और अपनी जीवन की यात्रा सुखमय कर रहा है। a rose among thorns
अंबानी ग्रुप :
आज नाम Famusहै। पर अपने नाम को Famusकरने के लिए उन्होंने जो यातनाये सही ,कभी हमने उनके इतिहास में झाँक के देखा ? उन्हें तो कभी कपड़ा -रोटी -मकान भी नशीब नही था। आज हम उनकी Property या शानशौकत को देख के सोचते ही रहते है। आज बच्चों के लिए तो सारी सुविधाएं होने के बावजूद भी बच्चा Fail होता है। या ज्यादा छूट मिलने से या लाढ -प्यार से बच्चे बिगड़ ही रहे है।
डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर :
समाज के मानव वर्ग के पिछड़े विचारो की वजह से, तुच्छ समझे जानेवाली जाती की वजह से इन्हे क्या-क्या नही सहना पड़ा। किंतु फिर भी न डगमगाते हुए भी दलित समाज को अंधकार से मुक्त करा के शान की जिंदगी दिलवाई। a rose among thorns
महात्मा फुले :
समाज को शिक्षित करने का बीड़ा उठाने वाले खुद घर से बे घर कर दिये। फिर भी पीछे न हटते हुए अपनी पत्नी को पहले शिक्षित कर के पति-पत्नी दोनों ने समाज के हाल सहते हुए भी समाज को शिक्षा का मार्ग बताया। ऐसे बहुत से महान आत्माएं हो गई की जिन्हों ने अँधेरे में रह के संसार को उजालो से भर दिया।कोई भूखा था,कोई एक हि कपड़े पे था,कोई रात-रात जागता था। पर दुनिया को उजाला दिखने वाले पुन्यवान लोग मरते दम तक खोज ही करते रहे।
”जो कर गुजर गए
वो लोग ओर थे
जो मर के अमर हो गए
वो लोग कमजोर न थे
जो अधेरों से रोषनी दे गए
वो मौत को हँसते हुए लपेट गए
वो भगतसिंग ,राजगरू , सुखदेव
किसी से कम-न-थे। ”
भारत माता की जय ! वंदे मातरम ! जय हिंद !
जब ऐसे गुलाबों के उदाहरण हमारे सामने है ; फिर भी हम पीछे क्यूँ हटते है ?
”दुनिया में ऐसे ही लोग है
जिनके आगे हमारा गम
कुछ भी नही होता
ना -ही हमारी परेशानिया”
दुनिया के लिए जिन्हों ने भी अपनी बुद्धि ,प्राण त्यागे ,ऐसे महान आत्माओं को मेरा शत-शत नमन और हम ने उन्हें अपने Idial बना के आगे बढ़ने की सोच रखना चाहिए।क्यो कि एक सोच ही है जो हमे आगे भी बढाती है और पीछे भी लाती है। इसीलिए कुछ पंग्तिया —
”See” Positive
”Speak ”Positive
”Think” Positive
”Do”Positive
दुनिया में गलत बाते और रास्ते जल्द ही मिल जाते है। पर अच्छी बाते ,अच्छे लोग सही रास्ते शायद ही दीखते है।
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आगे बढ़ने के लिए सबसे पहले अपना Aim तय करना जरूरी है। फिर continuous उस पे चलने का प्रयास करो। अगर आपका Aim सही है और आप अपने रास्ते पे चलने के लिए तयार है ,तो राह अपने आप चलते आती है। और मंजिल भी पास लगने लगती है। पर उसके लिए जिद,लगन मेहनत और मन का संयम और अपने काम प्रति अटूट विश्वास होना बहोत ही आवश्यक है। मंजिल उन्हीं को मिलती है। जो कॉंटो से भी रहा निकालते है। कॉंटो में खिलने वाले गुलाब उन्ही को कहा जाता है ,जो खुद पसीना बहाते है,तकलीफ सहते है और संसार को सुखी करते है इसलिए सोचिये की आप क्या बनना पसंद करोगे । —–
इसलिए ,सोचिए की आप क्या बनना पसंद करते है
सितारा बनकर चमकने से
सूरज बनकर चमकना
जिंदगी का सफर तय करने में अगर मुश्किलें आये भी तो अपने पथ से पीछे मत हटना।
”Each & Every Think,you must be positive ”,because Positive thoughts are ,
” KEY OF SUCCESS ”
” best of luck ”